मौसम आज का और कल का आपके शहर और गाँव का


Posted September 2, 2024 by davidfegan

हमारे मौसम वेब एप्लिकेशन का उपयोग करके आप अपने शहर और गाँव में मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह एप्लिकेशन हवा की आद्रता, गति और तापमान की सूचना भी देता है।

 
मौसम वेब एप्लीकेशन का प्रयोग का तरीका:

हमारी मौसम वेब एप्लीकेशन को प्रयोग कीजिये और जानिए मौसम का हाल आपके अपने शहर और गांव का. आप चाहें तो सर्च बटन से अपने शहर के अलावा किसी और शहर का मौसम भी जान सकते हैं.

जब भी आप हमारी मौसम एप्लीकेशन पे आएंगे, आप जानेंगे न केवल दिन का तापमान बल्कि इस समय की हवा में आद्रता, हवा की गति और भी बहुत कुछ. आप चाहें तो आप आज का मौसम के अलावा आने वाले कल का और बीते हुए कल का मौसम भी देख सकते हैं देश के किसी भी शहर का आपकी अपनी भाषा में.

मौसम का हाल जानने के फायदे:

वर्तमान मौसम का अनुमान और आने वाले दिनों के मौसम का पूर्वानुमान या फिर बीते दिनों के मौसम की जानकारी का लाभ हर किसी को मिलता है.

यदि हम अपने देश की बात करें तो कृषि कार्य और किसानो के लिए मौसम का हल जानना और पूर्वानुमान जानना बेहद जरूरी है, वहीँ सरकार के विभिन्न विभाग, एयरलाइन्स, निर्माण कार्य, समुंद्री ट्रांसपोर्ट, सड़क परिवहन, ट्रैवेलिंग और लगभग हर कार्य के लिए मौसम का हाल जानना नित्यंत आवयशक है और इसीलिए हम लाएं हैं आपके शहर और गाँव के मौसम का हल आप ही भाषा में.

आइये जानते हैं मौसम का हाल जानना विभिन्न प्रकार के लोगों के लिए कैसे लाभदायक है.

1. कृषि कार्य और किसान भाई

भारत जैसे कृषि प्रधान देश में किसान भाईओं की निर्भरता सटीक मौसम की जानकारी पर बहुत ज्यादा है. मौसम के सटीक आकलन और पूर्वानुमान से किसान अपनी फसलों और खेती की उत्पादकता बढ़ा सकता है और नुकसान से बचने के लिए पहले ही योजना बना सकता है. मौसम के सटीक अनुमान के हिसाब से किसान बुवाई, सिंचाई और कटाई को बेह्तरीक तरीके से योजनाबद्ध तरीके से कर सकता है.

यह जानना के कब वर्षा होने वाली है और कितनी, या कब सूखा आ सकता है या कब ओला वृष्टि हो सकती है महत्वपूर्ण है ताकि इसके आधार पे किसान अपनी फसलों की रक्षा के प्रबंध कर सके. यह मौसम एप्लीकेशन हमारे सभी किसान भाईओं को एकदम सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत और प्रतिबद्ध रहती है.

यह जानना के कब वर्षा होने वाली है और कितनी, या कब सूखा आ सकता है या कब ओला वृष्टि हो सकती है महत्वपूर्ण है ताकि इसके आधार पे किसान अपनी फसलों की रक्षा के प्रबंध कर सके. यह मौसम एप्लीकेशन हमारे सभी किसान भाईओं को एकदम सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत और प्रतिबद्ध रहती है.

2. परिवहन और यात्रा

पुराने समय से ही जब लोग पैदल भी चलते थे तब भी मौसम की जानकारी का अनुमान लगते थे. आज के आधुनिक युग में जब परिवहन के सांसधन जल, आकाश, सड़क और अब तो समुन्द्र के अंदर भी से चलते हैं तो मौसम जानना सबसे ज्यादा आवश्यक हो गया है.

सड़क मार्ग - चाहे सड़क मार्ग से माल ढुलाई का कार्य हो या फिर जनसामान्य सवाई का, सभी परिवहन निगम अपने मार्ग में आने वाले मौसम की जानकारी पहले से प्राप्त करते हैं. वर्षा की संभावना या ओला वृष्टि की, या बर्फ़बारी की या आंधी तूफ़ान का अनुमान परिवहन चलने वालो को बेहतर योजना बनाने की जानकारी देता है. खासतौर पे पहाड़ी या बर्फीले इलाको पे तो बिना मौसम के पूर्वानुमान के एक छोटी यात्रा का आयोजन भी नहीं किया जाता। यह मौसम एप्लीकेशन ऐसे सभी परिवहन करने वाले लोगों को सटीक जानकारी उपलब्ध करवाती है.

हवाई मार्गहवाई यात्रा के लिए तो मौसम, हवा का दबाव, वर्षा, अंधी तूफ़ान, बर्फ़बारी, ऊंचाई का टेम्प्रेचर यह सब जानना अति महत्व्यपूर्ण शर्तें हैं. सभी हवाई अड्डों पर एक Automated Weather Observing System (AWOS) लगा होता है जिसके द्वारा मौसम के सभी प्रकार के पूर्वानुमान और वर्तमान आकलन किये जाते हैं. वह इतना जरूरी है के बिना उसके एक भी फ्लाइट उड़ने की कल्पना भी नहीं की जा सकती.

Wind direction and velocity meter - हवा की दिशा और गति मापने वाला मीटर: यह उपकरण हवा की गति और दिशा को दिखाता है।

Weather Surveillance Radar - मौसम निगरानी रडार: यह रडार वर्षा, ओले या बर्फ जैसी वर्षण को ढूंढने और उसकी गंभीरता को दिखाने में मदद करता है।

घिरा हुआ मौसम विज्ञान बगीचा: इसमें सभी मौसम-मापने वाले उपकरण रखे जाते हैं।

मौसम को मापने का एक संक्षिप्त इतिहास:

जबसे मानव सभ्यता विकसित हुई है तभी से मनुष्य मौसम के बारे में जानने का प्रयास करता रहा है. बहुत पुरानी बात की जाये तो पुराने यूनान और भारत में 400--500 इसा पूर्व में वर्षा को मापने और दर्ज करने के लिए Rain gauges (वर्षा मापक यन्त्र) का भी जिक्र आता है जो कालांतर में व्याकानिको के द्वारा सन्न 1441 में standardized किया गया. इसको कोरिया में Cheugugi कहा गया है.


सन् 1593 में महान गैलेलिओ गलीली ने पानी में अलग अलग भार के glass bulbs डाल कर पहला थर्मामीटर बनाया, फिर उन्ही के शिष्य Evangelista Torricelli ने सन् 1644 में अनुसन्धान करके पहला बैरोमीटर बनाया जिसे के एटमोस्फियरिक प्रेशर नापना शुरू हुआ जो की मौसम के वर्तमान और पूर्वानुमान लगाने के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ.

मॉडर्न ज़माने में फिर अमेरिका के Utah Agricultural College में दुनिया का बीसवां मौसम स्टेशन स्थापित किया गया जहाँ अधिकतम और न्यूनतम तापमान और मौसम मापने की प्रक्रिया शुरू हुई.
और अब इक्कीसवें सदी में यूएसयू में एक सौर ऊर्जा संचालित पर्यावरणीय वेधशाला स्थापित की गई और यह वेधशाला सभी मानक मौसम स्थितियों, सौर विकिरण के पांच घटकों, हवा में कार्बन डाइऑक्साइड, और भूमिगत सात स्थितियों को मापती है और आपको एक रियल टाइम डाटा उपलब्ध करवाती है।

Source: https://www.maussam.com/
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Issued By Maussam Updates
Country United States
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Last Updated September 2, 2024