Power of prayer or powerful prayer


Posted March 13, 2020 by Yeshumahima

आज हम प्रार्थना के सामर्थ के विषय में बात करेंगे. क्यों प्रार्थना में बहुत सामर्थ होता है?

 
आज हम प्रार्थना के सामर्थ के विषय में बात करेंगे. क्यों प्रार्थना में बहुत सामर्थ होता है? क्यों परमेश्वर हमसे अपेक्षा करे की हम प्रार्थना करे जबकि परमेश्वर वो सबकुछ करने ही वाला है? परमेश्वर को पता है की मेरी आवश्यकता क्या है. तो हमे प्रार्थना करने की क्या जरुरत है? परमेश्वर हमारी समस्याओं को भी जानते है. परमेश्वर हमारी व्यस्थता को जानते है. परमेश्वर हमारी कमजोरी को जानते है. तो क्यों हमे प्रार्थना करने की जरुरत है. क्यों परमेश्वर हमसे अपेक्षा करते है की हम प्रार्थना करे?
जब येशु के चेलो ने येशु को प्रार्थना करते हुए देखा तब येशु के चेलो ने उसके पास जाकर इस तरह से कहा की हमे प्रार्थना करना सिखाइए. वे लोग यहूदी अरध्नालय में पीला बढे. और वहा यहूदी लोग भिन्न रीती से प्रार्थना करते थे. और जब येशु मसीह ने उन्हें प्रार्थना करना सिखाया तो उन्होंने इस तरह से सिखाया. हे हमारे पिता ......
वो एक प्रार्थना नहीं है. उन्होंने कहा था की हमे सिखाइए की प्रार्थना कैसे करते है. उन्होंने ये नहीं कहा की हमे एक प्रार्थना सिखा दे. यहाँ येशु मसीह ने उन्हें प्रार्थना के सिधान्तो को बताया. ये प्रार्थना में सिधांत है. वहा ८-९ सिधांत वहा दिए गए है. और वहा हमने इन सिधान्ठो को मनन कर लिए क्योकि हम इन सिधान्ठो को जानते है. लेकिन जब हम सिधांथो के विषय में बात करते है आपके पास में एक प्रार्थना है. अगर आपने सिधांतो को बोला है मतलब आपने प्रार्थना नहीं की है. और यहाँ पर आपके पास केवल एक सूत्र (formula) है और आप वहा केवल एक सूत्र को बोल रहे है. और आप वहा पर अब तक समस्याओं का समाधान नहीं खोज पाए. इसलिए प्रभु येशु मसीह ने हमे सिखाया की प्रार्थना कैसे करनी चाहिये.
क्यों प्रार्थना हम लोगो के लिए जरुरी है. मै कहता हु की आज आपको बताऊ प्रार्थना के सामर्थ के विषय में. हम सभी लोग प्रार्थना करते है. क्यों जब हम प्रार्थना करते है तब उसके द्वारा काम करते है? याकूब – ५:१६-१७ - इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। एलिय्याह भी तो हमारे समान दुख-सुख भोगी मनुष्य था; और उस ने गिड़िगड़ा कर प्रार्थना की; कि मेंह न बरसे; और साढ़े तीन वर्ष तक भूमि पर मेंह नहीं बरसा। याकुब येशु मसीह का भाई है और वो यरूशलेम में पासबानी की सेवा कर रहा है. और वो उस काम में सबसे प्रमुख मंडली भी था. क्या आप परमेश्वर के साथ आनंद को महसूस करते है? परमेश्वर अच्छा / भला है. ऊपर दिए गए वचन में लिखा है की धर्मी जन की प्रार्थना बहुत सामर्थ्शाली और प्रभावशाली होती है. कौन है धर्मिजन? जो बचाया गया, जो नया जन्म पाया हुआ है वो धर्मी है. जो निरंतरता से प्रार्थना में लगा रहता है, उसकी प्रार्थना में बहुत ज्यादा प्रभाव होता है. जब वो प्रार्थना करते है साड़ी बाते बदल जाती है.
इस वचन में एलियाह का उदाहरण भी दिया गया है. वहा पर उन्होंने बहुत ही धीरज एक साथ प्रार्थना किया. और वहा पर लिखा है की सादे तीन साल तक वहा बारिश नहीं हुई. और वहा पर इस प्रकार से कहा गया है. उन्होंने प्रार्थना किया और वहा पर आकाश खुल गया और बारिश हुई. एक व्यक्ति जिसने केवल प्रार्थना से बारिश को सादे तीन साल तक रोके रखा. लेकिन एक सवाल है, की क्यों आज शैतान हमारी प्रार्थना से नहीं डरता? शैतान को आप जो प्रार्थना करते है उसकी परवाह नहीं है. क्यों? क्योकि शैतान आप पर भरोसा नहीं करता. क्योकि बाइबिल कहती है की जब आप प्रभावशाली रीती से प्रार्थना करते है और आप निरंतरता से प्रार्थना करते है और परमेश्वर के सामर्थ से आप प्रार्थना करते है, परमेश्वर कुछ भी बदल सकते है. क्या परमेश्वर चीजो को बदल सकता है? जब आप प्रार्थना करना शुरू करते है परमेश्वर आपकी प्रार्थनाओ को सुनते है और आपकी अवस्था को बदल देते है. और परमेश्वर आपका इस्तेमाल करते है ताकि वो लोगो के जीवनों को स्पर्श कर सके. जब आप प्रार्थना करते है तो परमेश्वर मंजिल को बदल सकता है. धर्मी व्यक्ति निरंतरता से जो प्रार्थना करता है वो आपके इतिहास को बदल सकता है. वो आपके भविष्य को बदल सकता है. वो आपके जीवन को बदल सकता है. वो आपके परिस्तिथि को बदल सकता है. वो आपके काम के जगह को बदल सकता है. क्या प्रार्थना खतरनाक है? जब एक व्यक्ति प्रार्थना करता है वो चीजो को बदल देता है. क्या परमेश्वर ने आपके लिए कुछ बदला है.
मत्ती – १७:२० - उस ने उन से कहा, अपने विश्वास की घटी के कारण: क्योंकि मैं तुम से सच कहता हूं, यदि तुम्हारा विश्वास राई के दाने के बराबर भी हो, तो इस पहाड़ से कह स को गे, कि यहां से सरककर वहां चला जा, तो वह चला जाएगा; और कोई बात तुम्हारे लिये अन्होनी न होगी। इस इस वचन से हम क्या सत्य को सिख सकते है? राइ के दाने के जितना विशवास. राई के दाने का कितना size होता है? राई के दाने का कितना वजन होता है एक पर्वत के मुकाबले? हम जोड़ ही नहीं सकते तुलना भी नहीं कर सकते. आपकी क्या प्रार्थना है जिसे आप परमेश्वर के द्वारा जोड़ सकते है. येशु ने कहा राइ का दाना छोटा है अगर आपकी प्रार्थना बहुत छोटी है परमेश्वर बहुत बड़ा काम आपके जीवन में कर सकता है. परमेश्वर यहाँ कहते है एक छोटी प्रार्थना धरती को हिला सकती है. एक पर्वत की जगह को पूरी रीती से बदल सकता है. अगर आपके पास छोटीसी प्रार्थना रहेगी आप बड़े पहाड़ो को बदल सकते है. हमे आनंदित होना बहुत जरुरी है क्योकि आनंद ही हमारी ताकत है.
युहन्ना – १५:७ - यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो मांगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा। प्रार्थना जो है बहुत सामर्थी है. ये आपके मार्गो को बदल सकता है. ये आपके भविष्य को बदल सकता है. जो लोग अपने भविष्य में बदलाव चाहते है, प्रार्थना करना शुरू कर दीजिये. और प्रार्थना एक सूत्र नहीं है. प्रार्थना एक सम्बन्ध है. येशु मसीह ने कैसे हमे प्रार्थना करना सिखाया?
हे हमारे पिता – ये सबसे पहला सिधांत है. अगर परमेश्वर आपका पिता नहीं है तो प्रार्थना का कोई भी मतलब नहीं होगा. प्रार्थना एक सम्बन्ध के उपर आधारित है. बेटे और पिता के सम्बन्ध का. ये सिधांत बेटे और पिता का सम्बन्ध है.
तेरा नाम पवित्र माना जाए – दूसरा सिधांत स्तुति को दर्शाता है. प्रभु मै आपसे प्रेम करता हु मै आपके नाम से आपके पास आता हु. बाइबिल यही कहती है की आप पिता के पास आते है येशु मसीह के द्वारा. क्या वो मन करेगा? प्रार्थना का ये दूसरा हिस्सा है.
आपका राज्य आये – आपको पता है राज्य क्या है? राज्य मतलब एक राजा है. इसका मतलब ये है की प्रभु आप राजा है और जो कुछ भी आप कहेंगे मै वाही करूँगा. ये प्रार्थना का सिधांत है. ये प्रार्थना मै राजा (येशु) को समर्पित करता हु. आज शैतान का मेरे ऊपर कोई अधिकार नहीं है क्युकी मै उस राजा के अधीन हु. राजा सामर्थी है. और उसके पास एक राज्य है. तो मै क्या प्रार्थना कर रहा हु? की हे प्रभु आपका राज्य मुझमे आने पाए. मुझे वो राज्य की सामर्थ चाहिये. मुझे वो राज्य की शक्ति चाहिये. और वो राज्य की शांति मुझे चाहिये. जहा मै अपने कदमो को रखूँगा प्रभु का राज्य वहा है. वो परमेश्वर का राज्य आने पाए.
आपकी इच्छा पूरी हो – क्या है परमेश्वर की इच्छा? क्या आपके जीवन के लिए परमेश्वर की इच्छा क्या है आप समझ पाते है? परमेश्वर आपसे क्या करवाना कहता है क्या आपको पता है? जब आप परमेश्वर की इच्छा में चलते है कोई भी चीज आपको नहीं रोक सकती. जब तुम परमेश्वर की इच्छा के अनुसार जीवन बिताते हो कोई भी चीज आपके विरोध में काम नहीं कर पाएंगी. आज आपका ह्रदय राज्य के लिए है. परमेश्वर के वचन को पढ़ा करिए. क्युकी परमेश्वर आपका इस्तेमाल करेगा ताकि हजारो लोग प्रभु के राज्य में आ सके. परमेश्वर की इच्छा में चलिए.
हमारे जीवन की रोटी आज हमे दे – प्रभु रोटी हमे सिर्फ chrismas के दिन के लिए नहीं देना. कल ने लिए ना देना पर आज के लिए देना. क्या प्रभु विशवास योग्य है ताकि वो हमारा पोषण कर सके. आपका पेट भले ही आज खली होगा लेकिन कल भर जाएगा. क्युकी परमेश्वर विशवास योग्य है.
हमारे शत्रु को श्रमा करे – जैसे हम दुसरो को श्रमा करते है. किसी ने आपको चोट पहुचाया? श्रमा कर दे. श्रमा रहित को लेकर आप मत चलिए. जब आप श्रमा करेंगे तो परमेश्वर आपको श्रमा करेगा. ये सिधांत है.
आपका राज्य पराक्रम और महिमा आये – हमेशा आये.
मै परमेश्वर के सामर्थ में चल रहा हु. मै कहता हु की आज आप प्रभु से मांगे की मेरे घर को बदले. ताकि स्वर्गदूत आ सके. प्रतिदिन प्रति रात आकर आपसे मुलाकात कर सके. यही परमेश्वर ने हमारे लिए बनाया. आप भी स्वर्गदूतो के साथ बाते कर सकते है जब आप परमेश्वर के साथ चलना आरम्भ कर देते है. परमेश्वर का राज्य आपके पास में आ जाएगा. प्रार्थना की सामर्थ यही है.
प्रार्थना – प्रार्थना की सामर्थ. आपका राज्य मेरे ह्रदय / घर में आने पाए.
प्रभु मेरी मदत करे. प्रभु मै आपका जन बनना चाहता / चाहती हु. प्रभु मै प्रार्थना करता हु इस समय आप स्वर्ग को हमारे ऊपर release करे. जिस तरह से मै चलता हु मेरे चाल चलन को बदल दे. मेरे अन्दर की इच्छा को दीजिये की मै प्रति दिन प्रार्थना कर सकू. की मै आपके साथ बाते कर सकू. धर्मिजन की प्रभावशाली प्रार्थना जो होती है. पिता मै प्रार्थना करता हु मुझे प्रार्थना का व्यक्ति बना. मुझे रात के समय जगा की मै उठकर प्रार्थना कर सकू. प्रभु मुझसे बाते कर. मुझे आपकी महिमा दिखा. मुझे आपका अभिषेक दिखा. कोई भी दृष्टात्मा मेरे घर में प्रवेश ना करने पाए. कोई भी बीमारी हमारे घर पर चलकर ना आने पाए. कोई भी दृष्टात्मा मुझपर बैठने ना पाए. क्युकी परमेश्वर का स्वर्गदूत मेरे साथ में है. क्युकी पवित्र आत्मा मुझमे ही वास करता है. क्युकी परमेश्वर का वचन मैंने अपने ह्रदय में रचा है. क्युकी मै परमेश्वर का स्त्री / पुरुष हु. येशु मसीह के नाम से ...आमीन.


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